एक दिन वाला परी का अमल

एक दिन वाला परी का अमल


क्या आप परी की दुनिया में जाना चाहते है? आपको एक परी की जरुरत है, जो आपके सभी काम बिना किसी शर्त के कर दे. दोस्तों आप सिर्फ एक दिन में एक ही परी को हासिल कर सकते है. परी के इस खास अमल के बारे में रोहणीयत और अम्लियत का कहना है कि यह अमल बड़ा ही पावरफुल है. जब बात जिन्नत या परी को वश में करने की और उनको अपना तब्ये बनाने की, तो बात खतरे और नुकसान की आती है. परी से डरने की कोई जरुरत नहीं है, आप एक दिन वाला पारी का अमल करे. क्योकि परी को कभी नुकसान नही पूछती है. अगर आप भी बिना किसी परेशन और नुकसान के अमल करना चाहते तो आप यह अमल जरुर करे.

क्या आप खूबसूरत परी को देखने की चाहत रखते हो? परी को बुलाने या पाने के लिए बहुत सारे अमल भी करके देख लिए होंगे. आज हम आपको ऐसा खास अमल बतायेगे. जिसे करने के बाद आपको एक खूबसूरत परी की तकबीर होगी. यह अमल 1 दिन के चीला कासी में मुक़मल हो जाता है. और परी काबू में हो जाती है. परी की जो ताकत होती है, उसकी मदद से इंसान आमिल बन जाता है. इसमें आपको 3 चीज़ों का बहुत ध्यान रखना है. साथ ही हम हिन्दू भाई इस अमल को कैसे कर सकते है. वो भी हम आपको बता देंगे.

एक दिन वाला परी का अमल

इस अमल को कोई भी इंसान कर सकता है. और परी को एक दिन में हासिल या काबू कर सकता है, एक दिन वाला परी का अमल, इस खास अमल को नौचंदी जुमेरात के दिन शुरू किया जाता है. अगर किसी कारणवश आपको नौचंदी जुमेरात का दिन नहीं मिल पता है, तो आप किसी भी महीने की शुरुआत से कर सकते है. सबसे पहले आपको आबादी से दूर कही किसी खली रूम की तलाश करनी है. और वहीं जा कर 1 दिन के लिए सिफ्ट हो जाना है.1 दिन आपको उसी रूम में मुकम्मल परहेज़ के साथ रहना है. अगर हो सके तो आप रोज़ा भी रख सकते है.

जिस दिन से आप अमल शुरू करने जा रहे है. रोज़ा उसके एक दिन पहले शुरू होगा. इस अमल को अपने रात के अखिर पहर यानि 2 ऍम को भी कर सकते है. रात को आप 1 या 2 बजे उठिये. और ताज़ा गुसल कीजिये. ताज़ा गुसल करने के बाद आप साफ कपडा पहने. और अपने कपड़ो पर बेहतरीन किस्म का इत्र लगाइये. जिस जगह पर अमल पढ़ा जायेगा. उस जगह को खुशबूदार बना दीजिये. वह के माहोल को खुशबू से भर दीजिए. उसके बाद अपने मुसला बिछाना है. और क़िब्ला रुख होकर बैठ जाना है. क़िब्ला रूख होकर बैठने के बाद अपने अपना हिसार करना है. यह सब करने के बाद अपने अमल पढ़ना शुरू करना है. एक दिन वाला परी का अमल कुछ इस तरह से है.

  • अज्जमतु अलयकुम या अरहा शातिन अ-हर कातिन हर मा
  • कातिन हा यवशन मा कवशन ता फव शन या नवश- त या
  • मयमून-त व या जुवयल-त इस युतूनि सरीअन हया अहफन
  • हया अहफन

परी का अमल करने का तरीका

अपने इस तिलिस्मी इबादत को अपने 500 मर्तबा पढ़ना है. इसमें अव्वल और आखिर 11-11 मर्तबा कोई भी दुरूद शरीफ पढ़नी है. जब आप आधा अमल पढ़ेगे, तब आपको डरावनी शकल, डरावनी आवाज़ें और खतनाक किस्म के मनज़ आपको देखने को मिलेंगे. इन खैफनाक मंज़र को नज़रंदाज़ करे. अपनी पढ़ाई पर ध्यान रखे. आपको हर तरह से अमल छोडने के कोशिश की जाएगी. लेकिन अपने बिलकुल भी नहीं डरना है. बहादुरी के साथ आपको अमल पूरा करना है.

जैसे ही अमल खत्म होगा. एक खूबसूरत परी आपके सामने आ जाएगी. परी आपको सलाम पेश करेगी. वो परी इतनी खूबसूरत होगी, उसको देख कर आपका इमान खतरे में आ जायेगा. और आपकी नीयत ख़राब हो जाएगी. उस वक़्त आमिल को अपने आप पर काबू रखना है. जब तक आपका अमल खत्म नहीं होता, तब तक परी के सलाम या किसी भी बात का जबाब न दे.जब अमल पूरा हो जाये, तब आप परी से बात करिये. आपको पारी से हर जायज़ काम करवाने है.उसको अपने साथ रहने के बारे में कहना है.

अमल की पाबन्दी और शर्तें

आपको अमल में बहुत सारी पाबन्दी होती है. अमल शुरू करने से एक दिन पहले ही आप तरक जलाली और जमालि करना शुरू कर देंगे. किसी भी तरह का गोश, मछली, अंडा, दूध, कच्चा लसुन, नशा की सब चीज़ छोड़ देनी है. इस अमल से आप सिर्फ अपने जाइज़ काम ही पूरे करवा सकते है. दौलतमंद, शोहरत, नाम कमाने या अपने आप को ताकतवर बनाने के लिए इस अमल का कभी इस्तेमाल मत कीजिये. जो शख्स गुनाह से तौबा करने वाला हो, वो इस अमल को कर सकते है. इस अमल करने वाला निडर और बहादुर होना चाहिए. इस अमल को करने वाला साफ़ दिल का इंसान होना चाहिए. जो 5 वक़्त की नमाज़ का आदी हो. अल्लाह से मोहब्बत करने वाला होना चाहिए.

अमल करने वाला का अमल बिलकुल साफ़ होना चाहिए. उसके विचार शीशे की तरह साफ़ होने चाहिए. झूठ और गुनाह करने से बचे. इस अमल को जब भी करे. उसके पहले आप किसी गरीब बच्चो को अपने हाथों से खाना खिलाये. ज़रूरतमंद इंसान की पैसे से मदद करे. क्योंकि जो आप सदक़ा करेंगे, वो अल्लाह की बारगाह में मक़बूल होता है. अगर आप किसी गरीब की मदद करेंगे, तो अल्लाह आपसे राज़ी होंगे. जिससे अमल में आने वाली सभी मुसीबत दूर हो जाएगी.

अमल की इजाज़त और रहनुमाई

परी का अमल की इजाज़त आप उस शक्श से ले सकते है, जो रूहानी ताक़त का मालिक हो. जिसने इल्म रोहणीयत सिखा रखा हो. जो अम्लियत की दुनिया का माहिर हो. आप उससे अमल की इजाज़त और रहनुमाई ले सकते है. आप इस अमल की रहनुमाई और इजाज़त किसी भी अल्लाह के वली की मज़ार से भी हासिल कर सकते है. उसका तरीका यह है कि जिस दिन आप अमल करने वाले हो. उस मजार पर जाइये. और 40 मर्तबा सौराह मुज़म्मिल पढ़िए. और मज़ार से दुआ करिए कि इस अमल में मुझे कामयाबी मिल जाये. इंशा अल्लाह ऐसा करने के बाद आपको एक दिन वाला परी का अमल में कामयाबी हासिल हो जाएगी.

अमल करना बहुत आसान है. इस अमल को आप बिना इजाज़त के बिलकुल न करे. क्योंकि इस अमल में आपको खतरा पैदा हो सकता है. क्योंकि इस अमल में आपको खतरा पैदा हो सकता है. अगर आप हमसे रहनुमाई चाहते है, तो आप हमसे भी कांटेक्ट कर सकते है. अगर कोई हिन्दू भाई इस अमल को करना चाहता है, तो आपको मुझसे राब्ता करना होगा. क्योंकि इनको बहुत सारी बात पता नहीं होगी. कुछ बातें उनको समझनी होगी. जिससे अमल के दौरान मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है.